गाँव मिला है एक पुराना


 


कुछ पुराना है 

खोया हुआ सा 

एक गाँव मिला है

कुछ पन्नों से धूल क्या हटाई

डायरी ने आज कितनी कहानियाँ कह डाली

मैंने कच्ची सड़कों को इसमें कैद कर लिया था

कहीं विकास की लहर चली

और गाँव खो गया तो


हर दिन कुछ बन रहा है

कुछ बिगड़ रहा है

मैं कितना कुछ बचा सकता हूँ 


मैंने पन्नों को जब पढ़ना शुरू किया 

तो इनमें तुम हो

जब डायरी को पढ़कर ख़त्म किया 

तो मेरे हाथ में तुम थी


मैंने आज फिर छुपा ली

अपनी मोहब्बत की कहानी 

मुझे गाँव मिला है एक

पुराना सा 


-वेद 




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